“कृत्रिम गर्भाधान” एक अकेली प्रक्रिया नहीं, बल्कि तकनीकों का टूलबॉक्स है। कारण, उम्र और पूर्व-इतिहास के अनुसार अलग-अलग रास्ते उपयुक्त हो सकते हैं — घर पर की जाने वाली इंसैमिनेशन (ICI/IVI) से लेकर प्रयोगशाला-आधारित IVF/ICSI तक। यह अवलोकन विधियों को व्यवस्थित करता है, चरण, सफलता-दर, जोखिम और लागत समझाता है तथा आगे पढ़ने के लिंक देता है। WHO के इन्फर्टिलिटी फैक्टशीट के अनुसार 12 महीनों तक गर्भ न ठहरे (या ≥35 वर्ष पर 6 महीनों में) तो चिकित्सकीय जाँच करानी चाहिए।
विधियों का त्वरित तुलना
- ICI / IVI – होम इंसैमिनेशन
सीरिंज/कप से वीर्य को गर्भाशय ग्रीवा के पास रखा जाता है। हल्की बाधाओं या डोनर-स्पर्म के साथ उपयोगी। सबसे कम लागत, सर्वोच्च गोपनीयता। - IUI – इंट्रा-यूटेरिन इंसैमिनेशन
धुले हुए स्पर्म को कैथेटर से सीधे गर्भाशय में पहुँचाया जाता है। मध्यम पुरुष-कारक, सर्वाइकल समस्या या अनस्पष्टीकृत बांझपन में उपयुक्त। - IVF – इन-विट्रो फर्टिलाइज़ेशन
कई उत्तेजित अंडों को लैब में स्पर्म के साथ मिलाया जाता है। ट्यूबल फैक्टर या कई IUI असफल होने पर मानक। - ICSI – स्पर्म माइक्रो-इंजेक्शन
एकल स्पर्म को सूक्ष्म स्तर पर सीधे ओओसाइट में इंजेक्ट किया जाता है। गम्भीर पुरुष-कारक या TESE में सर्वोत्तम विकल्प।
भारत में निजी क्षेत्र में एक पूर्ण IVF चक्र की अनुमानित प्रक्रिया-लागत प्रायः ₹1.5–2.5 लाख के बीच होती है; दवाएँ प्रायः अलग से ₹50,000–₹1.5 लाख; ICSI/PGT/फ्रीज़िंग जैसी ऐड-ऑन चीजें पैकेज के अनुसार अतिरिक्त होती हैं।
विधि–संक्षेप
| विधि | आम संकेत | इनवेसिवनेस | प्रति-चक्र भार | विशेष टिप्पणियाँ |
|---|---|---|---|---|
| ICI/IVI | निजी दान, हल्की सीमाएँ | कम | कम | अत्यधिक निजी; समय-संतुलन निर्णायक |
| IUI | सर्वाइकल फैक्टर, हल्का/मध्यम पुरुष-कारक, अनस्पष्टीकृत | कम | कम–मध्यम | धुले स्पर्म; आउट-पेशेंट |
| IVF | ट्यूबल फैक्टर, एंडोमेट्रिओसिस, IUI के बाद | मध्यम | मध्यम–उच्च | लैब-फर्टिलाइज़ेशन; सिंगल-एम्ब्रियो-ट्रांसफर वांछनीय |
| ICSI | गंभीर पुरुष-कारक, TESE | मध्यम | मध्यम–उच्च | माइक्रो-इंजेक्शन; लैब-कॉम्पोनेन्ट अधिक |
कब कौन-सी विधि उपयुक्त
निर्णय कारण, आयु, अंडाशयी-रिज़र्व और इतिहास पर निर्भर है। बेसलाइन जाँच में अनाम्नेसिस, अल्ट्रासाउंड, हार्मोन और कम-से-कम एक क्वालिटी-अशोर्ड वीर्य-विश्लेषण शामिल हो, जैसा WHO Semen Manual 2021 में है।
- ICI/IVI: निजी दान की इच्छा, हल्की बाधाएँ, उच्च स्वायत्तता व गोपनीयता।
- IUI: गाढ़ा सर्वाइकल म्यूकस, हल्का/मध्यम पुरुष-कारक, अनस्पष्टीकृत बांझपन।
- IVF: ट्यूबल अवरोध/अनुपस्थिति, महत्वपूर्ण एंडोमेट्रिओसिस, IUI विफलता के बाद, मिश्रित कारण।
- ICSI: अत्यधिक घटे स्पर्म पैरामीटर (OAT), TESE के साथ एजूस्पर्मिया, IVF में फर्टिलाइज़ेशन न होना।
सफलता की संभावना – यथार्थ आकलन
परिणाम मुख्यतः आयु, निदान, गैमेट गुणवत्ता, एम्ब्रियो-कल्चर और सिंगल-एम्ब्रियो-ट्रांसफर नीति पर निर्भर करते हैं। रोगी-अनुकूल व्याख्या हेतु NHS IVF पेज उपयोगी है; पेशेवर दिशानिर्देश हेतु ESHRE गाइडलाइंस देखें।
IUI, IVF व ICSI का क्रम
IUI संक्षेप में
वैकल्पिक हल्की स्टिम्युलेशन → सैंपल तैयारी → ओव्यूलेशन के पास पतले कैथेटर से गर्भाशय में पहुँचाना → आवश्यक हो तो ल्युटियल-सपोर्ट।
IVF संक्षेप में
स्टिम्युलेशन व अल्ट्रासाउंड/रक्त-निगरानी → ओओसाइट रिट्रीवल (पंक्चर) → लैब-फर्टिलाइज़ेशन → एम्ब्रियो-कल्चर → एक एम्ब्रियो का ट्रांसफर → शेष का क्रायो-विकल्प।
ICSI संक्षेप में
IVF जैसा, पर फर्टिलाइज़ेशन एकल स्पर्म को सीधे ओओसाइट में माइक्रो-इंजेक्ट कर किया जाता है — खासकर गंभीर पुरुष-कारक में।
जोखिम व सुरक्षा
अधिकतर हल्के, कम ही गंभीर: ओवेरियन हाइपर-स्टिम्युलेशन सिंड्रोम (OHSS), पंक्चर के बाद रक्तस्राव/संक्रमण, बहु-गर्भ का जोखिम (जब एक से अधिक एम्ब्रियो ट्रांसफर हों), मनोवैज्ञानिक बोझ। पर्सनलाइज़्ड प्रोटोकॉल और सिंगल-एम्ब्रियो-ट्रांसफर जोखिमों को काफी घटाते हैं; संक्षेप ESHRE पर देखें।
लागत व कवरेज (भारत)
| प्रक्रिया | आम मदें | अनुमान (₹) |
|---|---|---|
| IUI | हल्की स्टिम्युलेशन (वैकल्पिक), सैंपल-वॉश, कैथेटर, मॉनिटरिंग | ~₹10,000–₹25,000 प्रति चक्र (क्लिनिक पर निर्भर) |
| IVF | स्टिम्युलेशन, रिट्रीवल, फर्टिलाइज़ेशन, कल्चर, ट्रांसफर | ~₹1,50,000–₹2,50,000 प्रति चक्र (प्रोसीजर); दवाएँ आम तौर पर ₹50,000–₹1,50,000 अतिरिक्त |
| ICSI | IVF + माइक्रो-इंजेक्शन; लैब-कॉस्ट अधिक | IVF पैकेज पर ~₹30,000–₹80,000 अतिरिक्त |
| फ्रोज़न एम्ब्रियो ट्रांसफर | थॉइंग, एंडोमेट्रियल तैयारी, ट्रांसफर | ~₹40,000–₹90,000; स्टोरेज सामान्यतः ₹5,000–₹15,000/वर्ष |
कौन भुगतान करता है? भारत में अधिकांश ART व्यय आउट-ऑफ-पॉकेट होते हैं। सार्वजनिक योजनाओं/बीमा का कवरेज सीमित व शर्तों-आधारित है; कुछ नियोक्ता-ग्रुप/टॉप-अप पॉलिसियों में आंशिक कवरेज या दवाओं/डायग्नोस्टिक्स का हिस्सा मिल सकता है। हमेशा लिखित, विस्तृत कोटेशन लें जिसमें दवाएँ, फ्रीज़िंग/स्टोरेज व “ऐड-ऑन” स्पष्ट हों और कीमत की वैधता दी हो।
कानूनी ढाँचा (भारत)
भारत में ART सेवाएँ विधिक रूप से विनियमित हैं; क्लीनिकों/बैंकों का लाइसेंसिंग व अनुपालन आवश्यक है। सरोगेसी का दायरा नियमबद्ध है (व्यावसायिक सरोगेसी प्रतिबंधित; पात्र भारतीय दम्पत्तियों हेतु परोपकारी मॉडल की शर्तें लागू)। गेमेट/एम्ब्रियो से सम्बन्धित प्रक्रियाएँ और रोगी-दस्तावेज़ीकरण क्लिनिकल मानकों व लागू नियमों के अनुरूप होना चाहिए। अपने केंद्र/काउंसल से वर्तमान आवश्यकताओं की पुष्टि करें।
उपचार से पहले चेकलिस्ट
- बेसलाइन डायग्नॉस्टिक्स पूरा करें (हार्मोन, अल्ट्रासाउंड, WHO 2021 के अनुसार वीर्य-विश्लेषण WHO 2021).
- इंडिकेशन व लक्ष्य तय करें (जैसे सिंगल-एम्ब्रियो-ट्रांसफर को मानक मानना; क्रायो-रणनीति)।
- दवा एवं मॉनिटरिंग-प्लान समझें; इमरजेंसी कॉन्टैक्ट नोट करें।
- लिखित कोटेशन लें; बीमा/TPA से कवरेज, अपवाद, स्टोरेज शुल्क और “ऐड-ऑन” की वास्तविक आवश्यकता पहले ही स्पष्ट करें।
- मानसिक-समर्थन व चक्रों के बीच नियोजित विराम की योजना बनाएँ।
विकल्प व पूरक
स्थिति के अनुसार सटीक सायकल-ट्रैकिंग, सही टाइमिंग और जीवन-शैली सुधार सहायक होते हैं। यदि डोनर-स्पर्म चाहिए या ICI/IVI मार्ग आपके अनुकूल है, तो हमारी साइट पर विस्तृत जानकारी व टूल्स उपलब्ध हैं।
- ICI / IVI – होम इंसैमिनेशन: स्वयं-नियोजित, निजी योजना।
- IUI: धुले स्पर्म के साथ आउट-पेशेंट विकल्प।
- IVF: ट्यूबल-फैक्टर या IUI के बाद लैब-फर्टिलाइज़ेशन।
- ICSI: गंभीर पुरुष-कारक में।
RattleStork – सुरक्षित योजना, बेहतर दस्तावेज़ीकरण
RattleStork वेरिफ़ाइड प्रोफाइल, सुरक्षित संवाद और अपॉइंटमेंट्स, सायकल/टाइमिंग-नोट्स तथा निजी चेकलिस्ट जैसे टूल्स के साथ आपकी मदद करता है — निजी स्पर्म-दान (ICI/IVI) और संरचित निर्णय-निर्माण के लिए उपयोगी। RattleStork चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है।

निष्कर्ष
ART कई रास्ते देता है — सफलता की कुंजी है सही निदान, यथार्थवादी योजना और स्पष्ट जानकारी। अगला कदम तय करने हेतु हमारी ICI/IVI, IUI, IVF और ICSI पेज देखें।

