प्रक्रिया एवं मूल बातें
डोनर को हार्मोनल स्टिम्युलेशन दिया जाता है; परिपक्व अंडाणु (oocytes) निकाले जाते हैं और लैब में शुक्राणु से निषेचन (IVF/ICSI) किया जाता है। सामान्यतः single-embryo transfer (SET) की सलाह दी जाती है; अतिरिक्त ब्लास्टोसिस्ट क्रायो-स्टोरेज में रखे जा सकते हैं। गर्भधारण रिसीपिएंट (प्राप्तकर्ता) करती/करते हैं; बच्चे की जेनेटिक उत्पत्ति डोनर से होती है।
भारत में कानूनी स्थिति
ART Act, 2021 के अनुसार डोनर गैमीट्स केवल पंजीकृत ART Banks के माध्यम से लिये/प्रदान किये जा सकते हैं। प्रमुख बिंदु: (i) महिला एग डोनर की आयु 23–35 वर्ष, (ii) किसी एक डोनर के गैमीट्स एक ही कमीशनिंग दम्पति को दिये जा सकते हैं, (iii) एग डोनर जीवन में केवल एक बार दान कर सकती है और एक साइकिल में अधिकतम 7 ओसाइट निकाले जा सकते हैं, (iv) डोनर के लिये 12 माह का बीमा-कवर सुनिश्चित किया जाता है। वाणिज्यिक/मुआवज़ा-आधारित डोनेशन पर कड़ी पाबंदियाँ हैं; ढांचा अल्ट्रुइस्टिक मॉडल को प्राथमिकता देता है। (देखें सरकारी अधिनियम/नियम नीचे लिंक्ड)
गोपनीयता/ट्रैसेबिलिटी: ART Banks को डोनर एवं उपयोग रिकॉर्ड राष्ट्रीय रजिस्ट्री में रिपोर्ट करने होते हैं; पहचान-संबंधी डेटा संरक्षित रहता है और क्लिनिकल-सुरक्षा हेतु सीमित खुलासे के नियम लागू हैं।
अभिभावकत्व/वंश एवं दस्तावेज़ीकरण
डोनर को कोई कानूनी पेरेंटल अधिकार/दायित्व प्राप्त नहीं होते। सभी उपचार-दस्तावेज़ (कंसेंट/एग्रीमेंट, स्टिम्युलेशन-शीट्स, एम्ब्रियोलॉजी रिपोर्ट, ट्रांसफर-नोट्स, ART-बैंक एंट्रीज़) दीर्घकाल तक सुरक्षित रखें ताकि भविष्य में सत्यापन/मेडिकल-फॉलो-अप सुगम रहे।
स्वास्थ्य एवं जोखिम
डोनर: सामान्य दुष्प्रभाव हल्के होते हैं; गंभीर OHSS दुर्लभ है और GnRH-trigger, freeze-all जैसे आधुनिक प्रोटोकॉल से घटाया जाता है।
रिसीपिएंट: एग-डोनेशन के बाद गर्भावस्था में हाइपरटेंसिव विकार (विशेषतः प्री-एक्लेम्पसिया) का जोखिम अधिक; इसलिए जोखिम-स्तरीकरण, कभी-कभी लो-डोज़ एस्पिरिन और सघन एंटीनैटल मॉनिटरिंग मानक देखभाल है।
डोनर स्क्रीनिंग एवं मैचिंग
ART Banks द्वारा आयु/AMH, संक्रमण (HIV, HBV/HCV, सिफलिस), रक्त-समूह/Rh तथा आवश्यकतानुसार जेनेटिक-पैनल, मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग, और निर्धारित फॉर्म/कंसेंट्स अनिवार्य हैं। मैचिंग मेडिकल/फेनोटाइपिक मानदण्डों से होती है; ट्रैसेबिलिटी और रिकॉर्ड-कीपिंग बाध्यकारी हैं।
सफलता की संभावना
अंतरराष्ट्रीय रजिस्ट्रियों में डोनर-ओसाइट के साथ प्रति ट्रांसफर ≈45–55% क्लिनिकल प्रेग्नेंसी रेट मिलती है; परिणाम डोनर की आयु/स्वास्थ्य, लैब-क्वालिटी, एम्ब्रियो-ग्रेड, ट्रांसफर संख्या और यूटेरिन कारकों पर निर्भर करते हैं। तुलना करते समय परिभाषाएँ देखें—per-cycle, per-transfer, live birth।
देश-तुलना 2025 – मॉडल, पैकेज, कीमतें
ये संकेतात्मक रेंज हैं; पैकेज/वेट-टाइम/कानूनी रूट देश-दर-देश बदलते हैं। “भारत” पंक्ति ₹ में दी गई है।
| देश | डोनेशन मॉडल | क़ानून/ट्रांसपेरेंसी | टिपिकल पैकेज | आम लागत* (ट्रैवल छोड़कर) | वेट-टाइम | टिप्पणी |
|---|---|---|---|---|---|---|
| भारत | विनियमित, अल्ट्रुइस्टिक | ART Act/Rules; रजिस्ट्री | IVF/ICSI + ART Bank | ₹2.5–3.0 लाख (डोनर-IVF) | मध्यम | डोनर एक-बार लाईफटाइम |
| स्पेन | अक्सर अज्ञात (anonymous) | रजिस्टर/SEC | IVF/ICSI + 1–2 ट्रांसफर | € 7,000–€ 11,000 | कम | बड़ा डोनर-पूल |
| चेकिया | अक्सर अज्ञात | क्लिनिक-निर्भर | IVF/ICSI + 1 ट्रांसफर | € 6,000–€ 9,000 | कम | तेज़ अपॉइंटमेंट |
| पुर्तगाल | ओपन (पहचान-अधिकार) | स्टेट रजिस्टर | IVF/ICSI + 1–2 ट्रांसफर | € 7,000–€ 11,000 | मध्यम | 18+ पर सूचना-अधिकार |
| फ्रांस | ओपन | अज्ञातता नहीं | IVF/ICSI + रजिस्टर | € 7,000–€ 11,000 | मध्यम-लंबा | कड़ा अनुपालन |
| अमेरिका | ओपन | राज्य-कानून + FDA | IVF/ICSI + व्यापक टेस्ट | ≥ $ 20,000 | कम | सबसे अधिक कुल-क़ीमत |
| कनाडा | अल्ट्रुइस्टिक | AHRA/SSOR | IVF/ICSI + खर्च-रिइम्बर्स | $ 25,000–$ 45,000 CAD | मध्यम | प्रोविन्स-वैरिएशन |
*लागत में दवाएँ, ट्रैवल/स्टे, वैकल्पिक जेनेटिक्स (जैसे PGT-A), क्रायो-फीस और फॉलो-अप ट्रांसफर शामिल नहीं हैं। भारत में कई प्रतिष्ठित स्रोत 2024–2025 में डोनर-IVF की कुल पैकेज लागत ~₹2.5–3.0 लाख बताते हैं; क्लिनिक-वार भिन्नता संभव है।
कुल लागत की योजना
भारत में डोनर-एग के साथ IVF का सामान्य पैकेज प्रायः ₹2,50,000–₹3,00,000 के बीच बताया जाता है। ऐड-ऑन: दवाएँ, ट्रैवल/स्टे, लैब-एडऑन (जैसे टाइम-लैप्स), वैकल्पिक PGT-A, क्रायो-स्टोरेज/रिन्यूअल और अतिरिक्त ट्रांसफर। बहु-ट्रांसफर पर क्यूम्युलेटिव सफलता दर बढ़ती है—बजट accordingly रखें।
दस्तावेज़ एवं फॉलो-अप
पूर्ण मेडिकल फ़ाइल रखें: स्टिम्युलेशन/लैब/एम्ब्रियोलॉजी रिपोर्ट, ART-बैंक फॉर्म/कंसेंट, डोनर-एंट्री (आयु/स्क्रीनिंग), ट्रांसफर-नोट, संक्रमण/टीकाकरण रिपोर्ट, और आवश्यकतानुसार नोटरीकृत अनुवाद। इससे फॉलो-अप/प्रेग्नेंसी-केयर सरल रहती है।
एथिक्स एवं बच्चे के अधिकार
दबाव-मुक्त सूचित सहमति, डोनर की मेडिकल/सोशल सुरक्षा, जेनेटिक-उत्पत्ति की पारदर्शिता (कानून अनुसार), और दीर्घकालिक रिकॉर्ड-कीपिंग आवश्यक हैं। हाल के भारतीय नियम ट्रैसेबिलिटी व मिसयूज़-निरोध पर ज़ोर देते हैं।
हालिया नीतिगत अपडेट (2025)
उच्च न्यायालयों/नियामकों द्वारा ART प्रथाओं की निगरानी बढ़ी है; अवैध/वाणिज्यिक नेटवर्क पर कार्रवाई की ख़बरें भी आई हैं। क्लिनिक का लाइसेंस, ART बैंक पंजीकरण और रजिस्ट्ररी-रिपोर्टिंग हमेशा जाँचें।
भारत में वैध विकल्प
स्पर्म डोनेशन: पंजीकृत ART बैंकों के माध्यम से, सख़्त स्क्रीनिंग/डॉक्युमेंटेशन के साथ उपलब्ध।
एम्ब्रियो डोनेशन: कानूनी रूप से सम्भव; विस्तृत मेडिकल-लीगल सुपरविजन आवश्यक।
फर्टिलिटी प्रिज़र्वेशन (एग फ्रीज़िंग): मान्य केंद्रों में उपलब्ध; थर्ड-पार्टी उपयोग ART नियमों के अधीन होगा।
महत्वपूर्ण सूचना एवं RattleStork विकल्प
RattleStork एग डोनेशन न तो प्रदान करता है, न ही इसकी दलाली करता है। भारत में सुरक्षित, वैध विकल्प के रूप में हम स्पर्म डोनेशन शुरू करने में आपकी मदद करते हैं—वेरिफ़ाइड प्रोफ़ाइल, प्रैक्टिकल गाइड्स और विश्वसनीय संस्थाओं की ओर रेफ़रल—ताकि चिकित्सीय सुरक्षा, दस्तावेज़ीकरण और बच्चे के अधिकार केंद्र में रहें।

क्लिनिक चेकलिस्ट (छोटी पर उपयोगी)
- कानूनी स्पष्टता: ART बैंक/क्लिनिक का पंजीकरण, डोनर-रिकॉर्ड, रजिस्ट्ररी-रिपोर्टिंग, कॉन्ट्रैक्ट्स/कंसेंट्स।
- डोनर-स्क्रीनिंग: संक्रमण, जेनेटिक-पैनल (जहाँ उपयुक्त), AMH/आयु, मनो-सलाह।
- लैब-क्वालिटी: एम्ब्रियोलॉजी टीम, पारदर्शी सफलता-डेटा, ब्लास्टोसिस्ट/क्रायो प्रोटोकॉल।
- सुरक्षा: OHSS-प्रिवेन्शन, SET-नीति, प्री-एक्लेम्पसिया-प्रिवेन्शन।
- कॉन्ट्रैक्ट/दस्तावेज़: स्पष्ट अधिकार/दायित्व, बीमा-कवर (12 माह), भुगतान-शर्तें लिखित रूप में।
- बजट/लॉजिस्टिक्स: दवाएँ, ट्रैवल/स्टे, फॉलो-अप ट्रांसफर, वैकल्पिक जेनेटिक्स—सब कुछ अग्रिम लिखित कोटेशन में लें।
कब मिलें डॉक्टर से
किसी भी क्रॉस-बॉर्डर या घरेलू उपचार से पहले: पर्सनल-रिस्क व दवा-प्लान, कॉमॉर्बिडिटीज़, गर्भावस्था-जोखिम, आवश्यकता अनुसार लो-डोज़ एस्पिरिन और BP मॉनिटरिंग, तथा भारत में एंटीनैटल-केयर की व्यवस्था पहले से तय कर लें।
निष्कर्ष
भारत में एग डोनेशन एक विनियमित व्यवस्था के तहत होता है। कानूनी अनुपालन, मज़बूत लैब-क्वालिटी, क्लिनिकल-निगरानी और यथार्थवादी बजट (₹2.5–3.0 लाख + ऐड-ऑन)—ये सभी मिलकर सुरक्षा व सफलता के अवसर बेहतर करते हैं।
उपयोगी लिंक: ART Act 2021 (IndiaCode) • ART Rules 2022 (Official PDF) • Surrogacy Act 2021 • CDC ART सफलता-डेटा • India IVF लागत (₹).

