भारत में सरोगेसी 2025: कानून, जोखिम, विदेश मार्ग और सुरक्षित विकल्प

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ज़ाप्पेलफिलिप मार्क्स
एक गर्भवती व्यक्ति अपने दोनों हाथों में अल्ट्रासाउंड की तस्वीर पकड़े हुए

कई लोगों के लिए सरोगेसी माता-पिता बनने की अंतिम राह जैसी लग सकती है। भारत में यह पूरी तरह नियमित है: केवल परोपकारी (altruistic) सरोगेसी अनुमत है, व्यावसायिक सरोगेसी प्रतिबंधित। यह लेख मॉडल्स, भारत के वर्तमान कानून, सामान्य चिकित्सीय जोखिम, अंतरराष्ट्रीय लागत-तथ्य और विदेश में होने वाले मामलों की प्रक्रियाएँ समझाता है—साथ ही ऐसे सुरक्षित विकल्प बताता है जिनमें बच्चे के अधिकार, पारदर्शिता और दस्तावेज़ीकरण केंद्र में रहें।

सरोगेसी क्या है

सरोगेसी ऐसा प्रबंध है जिसमें एक महिला (सरोगेट) इच्छित माता-पिता के लिए गर्भ धारण करती है और जन्म के बाद शिशु उनकी देखभाल में चला जाता है। मॉडल के अनुसार सरोगेट का शिशु से आनुवंशिक संबंध हो भी सकता है और नहीं भी। विषय की चिकित्सा–कानूनी–नैतिक जटिलता के चलते सभी पक्षों के लिए स्वतंत्र परामर्श आवश्यक है।

रूप: पारंपरिक बनाम जेस्टेशनल

पारंपरिक सरोगेसी: सरोगेट स्वयं अपना अंडाणु उपयोग करती है, अतः आनुवंशिक संबंध रहता है—कानूनी व भावनात्मक जटिलता अधिक होती है और कई देशों में यह स्वीकृत नहीं है।

जेस्टेशनल सरोगेसी: भ्रूण इच्छित माता-पिता/दाता के गैमीट से बनता है और सरोगेट का आनुवंशिक संबंध नहीं होता। वैश्विक स्तर पर यही अधिक प्रचलित है—भारत के नियमन का भी फोकस यही है।

भारत का कानूनी ढांचा

Surrogacy (Regulation) Act, 2021 के अनुसार केवल परोपकारी सरोगेसी अनुमत है—सरोगेट को उपचार-संबंधी स्वीकृत खर्च व बीमा के अतिरिक्त कोई पारिश्रमिक/प्रोत्साहन नहीं। नियमों, पंजीकरण व प्राधिकरणों का संचालन राष्ट्रीय ART & Surrogacy पोर्टल से होता है।

नियमों में 2022–24 के दौरान महत्वपूर्ण स्पष्टिकरण हुए। 2023 में अधिसूचित नियमों ने इच्छित दंपती के लिए दोनों गैमीट स्वयं के होने की शर्त रखी और दाता-गैमीट निषिद्ध बताए (गजट, 14 मार्च 2023)। फरवरी 2024 में केंद्र ने नियमों में संशोधन कर दाता अंडाणु/शुक्राणु की अनुमति दी, बशर्ते कम-से-कम एक गैमीट इच्छित दंपती का हो—विशेषकर चिकित्सीय अक्षमता के मामलों में (Indian Express, 24 फरवरी 2024; पोर्टल: artsurrogacy.gov.in)। सर्वोच्च न्यायालय ने 2024–25 में कुछ मामलों में आयु/दाता-गैमीट संबंधी प्रश्नों पर सीमित राहत व व्याख्याएँ दीं (समाचार सार के लिए देखें: TOI, 9 अक्टूबर 2025 और ThePrint, 11 जनवरी 2024)।

व्यावहारिक अर्थ: व्यावसायिक सरोगेसी निषिद्ध, मध्यस्थ/एजेंसी शुल्क निषिद्ध; केवल दस्तावेजित वास्तविक खर्च व बीमा अनुमत। योग्यता, चिकित्सा/मनोसामाजिक आकलन, सहमति और पंजीकरण के लिए राज्य/केंद्र की उचित प्राधिकारी से स्वीकृति जरूरी है (संदर्भ: दिल्ली स्वास्थ्य विभाग—Surrogacy & ART)।

विदेश में जन्म: दस्तावेज़ व वापसी

यदि विदेश मार्ग पर विचार हो तो प्रारम्भ से ही योजना बनें: स्थानीय कानून, pre/post-birth orders, जन्म प्रमाण-पत्र प्रक्रिया, शिशु के यात्रा-पत्र/नागरिकता, और भारत में माता-पिता/नागरिकता की मान्यता। ठोस कानूनी आधार के बिना पासपोर्ट/वापसी में देरी हो सकती है। प्रक्रियात्मक, तटस्थ मार्गदर्शन के लिए (किसी देश की सिफारिश नहीं) देखें: GOV.UK – Surrogacy overseas

चिकित्सीय पहलू व जोखिम

सरोगेसी प्रायः IVF पर आधारित होती है। संभावित जोखिम: हार्मोनल दुष्प्रभाव (जैसे OHSS), बहु-भ्रूण गर्भावस्था—जिससे समयपूर्व जन्म व प्रीक्लेम्प्सिया का जोखिम बढ़ता है—साथ ही सभी पक्षों पर मनोसामाजिक दबाव। स्वतंत्र चिकित्सीय व मनोसामाजिक परामर्श तथा बहु-भ्रूण से बचाव हेतु सावधान भ्रूण-ट्रांसफर नीति की सिफारिश की जाती है। सुलभ रोगी-सूचना (अंग्रेज़ी): HFEA – Surrogacy

देशवार लागत-परिदृश्य

कुल लागत देश, मॉडल (altruistic = खर्च वापसी; commercial = पारिश्रमिक), IVF चक्रों की संख्या, न्यायिक आदेश/अभिलेख, बीमा और यात्रा/ठहराव पर निर्भर करती है। वैश्विक अनुभवों में बजट अक्सर मध्यम पाँच अंकों से लेकर छह अंकों (USD/EUR) तक दिखते हैं। नीचे दिया सारणीबद्ध चित्रण निर्देशात्मक है—कोई सिफारिश नहीं।

देश/क्षेत्रकानूनी स्थिति (संक्षेप)भुगतान का सामान्य स्वरूपकुल लागत (आकंलित)*
भारतकेवल परोपकारी; व्यावसायिक निषिद्ध; पंजीकरण अनिवार्यदस्तावेजित वास्तविक खर्च + बीमामध्यम–उच्च पाँच अंकों का स्तर
यूनाइटेड किंगडमAltruistic; जन्म के बाद Parental Orderकेवल दस्तावेजित खर्च-प्रतिपूर्तिमध्यम पाँच अंकों का स्तर
कनाडाAltruistic (संघीय); पारिश्रमिक निषिद्धनियमित खर्च-प्रतिपूर्तिमध्यम पाँच अंकों का स्तर
संयुक्त राज्य अमेरिकाराज्यपरक; कई जगह commercial मान्यपारिश्रमिक + एजेंसी/क्लिनिक/कानूनी शुल्कउच्च पाँच से छह अंकों तक
ग्रीसन्यायालयीय अनुमति; विनियमितपारिश्रमिक अनुमतउच्च पाँच अंकों का स्तर
जॉर्जियानियम परिवर्तनशीलकभी-कभी पारिश्रमिकमध्यम पाँच अंकों का स्तर
यूक्रेनऐतिहासिक रूप से commercial; स्थिति अस्थिरपारिश्रमिक प्रचलितउच्च चार से मध्यम पाँच अंक
मेक्सिकोराज्य के अनुसार भिन्नकुछ स्थानों पर पारिश्रमिकविस्तृत दायरा
दक्षिण अफ्रीकाजन्म-पूर्व न्यायालयीय स्वीकृतिAltruistic; दस्तावेजित खर्चमध्यम पाँच अंक
ऑस्ट्रेलिया/न्यूज़ीलैंडराज्यपरक; commercial निषिद्धखर्च-प्रतिपूर्तिनिम्न–मध्यम पाँच अंक
फ़्रांस/स्पेन/इटली/पुर्तगालनिषिद्ध; मान्यता जटिल
नीदरलैंड/बेल्जियम/डेनमार्ककड़े प्रतिबंधजहाँ स्वीकृत वहाँ खर्चनिम्न–मध्यम पाँच अंक
पोलैंड/चेकियाग्रे क्षेत्र; भिन्न-भिन्न प्रथाएँमामला-विशेषविस्तृत दायरा
इज़राइलकमीटी अनुमोदन सहित विनियमितपारिश्रमिक/खर्चउच्च पाँच अंक

*आकंलन क्षेत्र, चक्रों की संख्या, बीमा, न्यायिक प्रक्रियाओं और ठहराव की अवधि पर निर्भर। भारत में व्यावसायिक भुगतान निषिद्ध है; केवल रसीदी/दस्तावेजित वास्तविक खर्च स्वीकार्य। संदर्भ: अधिनियम 2021, राष्ट्रीय पोर्टल.

विदेशी मॉडल व प्रवृत्तियाँ

दुनिया में broadly तीन मॉडल दिखते हैं: पूर्ण प्रतिबंध, Altruistic (केवल खर्च-प्रतिपूर्ति), और Commercial (पारिश्रमिक)। किसी भी देश में जाएँ, मूल बातें समान: स्पष्ट अनुबंध व नियंत्रण, प्रमाणित क्लिनिकल मानक, दोनों देशों में अभिभावकत्व मान्यता का रास्ता, शिशु की नागरिकता/यात्रा-पत्र योजना। प्रक्रियात्मक समझ के लिए (अंग्रेज़ी): The Surrogacy Pathway – GOV.UK, रोगी सूचना: HFEA

परिवार-निर्माण के विकल्प

  • दत्तक ग्रहण/पालन-पोषण (फोस्टर): राज्य-नियंत्रित मार्ग जिनमें बच्चे की सुरक्षा सर्वोपरि और परामर्श उपलब्ध रहता है।
  • शुक्राणु-दान (Donor insemination): भारत में ART/दान नियमों के अंतर्गत नियंत्रित; आमतौर पर सरोगेसी की तुलना में चिकित्सा व कानूनी ढांचा अधिक स्पष्ट। सहमति, ट्रेसबिलिटी और दस्तावेज़ीकरण पर विशेष ध्यान रखें (सामान्य जानकारी: ART & Surrogacy पोर्टल)।
  • अन्य ART विकल्प: IVF/ICSI आदि—लेकिन सरोगेसी से अलग; अपनी स्थिति अनुसार उपचार का चयन करने से पहले स्वतंत्र चिकित्सीय व कानूनी सलाह लें।

महत्वपूर्ण सूचना व RattleStork विकल्प

RattleStork सरोगेसी प्रदान नहीं करता, न ही सरोगेसी की दलाली/आयोजन/क्रियान्वयन के लिए कोई प्लेटफ़ॉर्म है। हम ऐसे प्रस्तावों से स्पष्ट दूरी बनाते हैं।

सुरक्षित विकल्प के रूप में हम भारत में लोगों को शुक्राणु-दान आधारित, स्पष्ट व दस्तावेज़ीकृत मार्ग पर सूचनापूर्ण शुरुआत में मदद करते हैं—सत्यापित प्रोफ़ाइल, व्यावहारिक गाइड और विश्वसनीय परामर्श-सेवाओं की ओर मार्गदर्शन के साथ—ताकि चिकित्सा-सुरक्षा, दस्तावेज़ीकरण और बच्चे के अधिकार केंद्र में रहें।

एक स्मार्टफ़ोन पर RattleStork ऐप में शुक्राणु-दानकर्ता का प्रोफ़ाइल दिखाई दे रहा है
RattleStork: सरोगेसी के बजाय अधिक सुरक्षित व पारदर्शी विकल्प—शुक्राणु-दान, स्पष्ट जानकारी और बच्चे-केंद्रित दृष्टिकोण।

निष्कर्ष

भारत में सरोगेसी का ढांचा सख्त है: केवल परोपकारी मॉडल; व्यावसायिक भुगतान व एजेंसी-फीस निषिद्ध; पंजीकरण व प्राधिकरण अनिवार्य। 2024 के बाद दाता-गैमीट सीमित शर्तों के साथ स्वीकार्य हुए, पर कम-से-कम एक गैमीट इच्छित दंपती का होना चाहिए। विदेश-मार्ग विविध और बदलते रहते हैं—ठोस चिकित्सा व कानूनी योजना के बिना अभिभावकत्व/नागरिकता/वापसी में जटिलताएँ संभव। कम-जोखिम विकल्पों—शुक्राणु-दान, दत्तक ग्रहण/फोस्टर—पर विचार करें और आरंभ से स्वतंत्र चिकित्सा व कानूनी सलाह लें।

अस्वीकरण: RattleStork की सामग्री केवल सामान्य सूचना और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए प्रदान की जाती है। यह चिकित्सीय, कानूनी या पेशेवर सलाह नहीं है; किसी विशेष परिणाम की गारंटी नहीं है। इस जानकारी का उपयोग आपके स्वयं के जोखिम पर है। विवरण के लिए हमारा पूरा अस्वीकरण.

Frequently Asked Questions (FAQ)

हाँ—केवल परोपकारी सरोगेसी। व्यावसायिक सरोगेसी और एजेंसी/दलाली शुल्क निषिद्ध हैं; वास्तविक दस्तावेजित खर्च और बीमा ही अनुमत हैं।

फरवरी 2024 के संशोधनों के बाद सीमित स्थितियों में संभव है, बशर्ते कम-से-कम एक गैमीट इच्छित दंपती का हो और सभी अनुमतियाँ/दस्तावेज़ पूरे हों।

पात्रता मानदंड कानून/नियमों के अनुसार सीमित हैं और समय-समय पर अद्यतन होते हैं; अपनी स्थिति पर स्थानीय विधि-विशेषज्ञ से पूर्व सलाह लें।

अक्सर 12–24 महीने—स्क्रीनिंग, अनुबंध, कानूनी आदेश, उपचार, गर्भावस्था और जन्म-पश्चात औपचारिकताओं सहित—देश/मामले के अनुसार भिन्नता रहती है।

IVF के दुष्प्रभाव (OHSS आदि), बहु-भ्रूण गर्भावस्था, प्रसूति जटिलताएँ और मनोसामाजिक दबाव; स्वतंत्र चिकित्सा/मनोवैज्ञानिक परामर्श लें।

केवल वास्तविक खर्च और बीमा—कोई पारिश्रमिक/मुनाफ़ा नहीं। किसी भी भुगतान को दस्तावेज़ों/रसीदों से प्रमाणित करना होता है और प्राधिकरणों की शर्तें लागू होती हैं।

भारतीय कानून के तहत दाता के अभिभावकीय अधिकार/दायित्व नहीं होते; अभिभावकत्व की मान्यता अन्य प्रावधानों से निर्धारित होती है।

कई पॉलिसियों में अपवाद होते हैं; सरोगेट व नवजात के लिए विशेष कवरेज/राइडर की आवश्यकता पड़ सकती है—पूर्व में लिखित पुष्टि लें।

स्थानीय जन्म-प्रमाण पत्र, प्री/पोस्ट-बर्थ ऑर्डर, आवश्यक हो तो डीएनए, शिशु के यात्रा-पत्र/वीजा/नागरिकता और भारत में अभिभावकत्व की मान्यता—सब कुछ पहले से योजना बनाएं।

नहीं। RattleStork सरोगेसी उपलब्ध/मध्यस्थ/आयोजित नहीं करता; हम सुरक्षित विकल्पों—विशेषकर शुक्राणु-दान—की ओर मार्गदर्शन देते हैं।