अनटीकृत शुक्राणु विरुद्ध टीकाकृत शुक्राणु – COVID-19 टीकाकरण के बाद शुक्राणु गुणवत्ता के तथ्य

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Philomena Marx द्वारा लिखा27 मई 2025
प्रतीकात्मक छवि: माइक्रोस्कोप के नीचे अनटीकृत शुक्राणु

COVID-19 महामारी ने न केवल हमारी दिनचर्या बदल दी, बल्कि प्रजनन क्षमता को लेकर संदेह भी पैदा किया। विशेषकर “अनटीकृत बनाम टीकाकृत शुक्राणु” का विषय मिथकों से भरा हुआ है। शोध के अनुसार वास्तविकता क्या है? इस लेख में हम भ्रांतियों का निराकरण करेंगे और बताएँगे कि कौन-से कारक वास्तव में शुक्राणु गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं।

शुक्राणु गुणवत्ता क्यों मायने रखती है: मूल बातें

शुक्राणु विशेषीकृत कोशिकाएँ हैं जो पुरुषों का आनुवंशिक सामग्री अंडाणु तक पहुँचाती हैं। प्रत्येक कोशिका नए जीवन के लिए 50% जीन प्रदान करती है।

शुक्राणु गुणवत्ता निम्नलिखित चार मापदण्डों से आंका जाती है:

  • संघनन (Concentration): प्रति मिलीलीटर स्खलन में शुक्राणुओं की संख्या
  • गतिशीलता (Motility): सक्रिय गति और अग्रसरता
  • आकारिकी (Morphology): सामान्य आकार वाले शुक्राणुओं का प्रतिशत
  • DNA अखंडता (DNA Integrity): आनुवंशिक सामग्री की पूर्णता

ये पैरामीटर बीमारियाँ, जीवनशैली और पर्यावरणीय कारक से प्रभावित होते हैं। पर क्या COVID-19 टीकाकरण भी इन्हें बदलता है?

COVID-19 टीकाकरण और शुक्राणु गुणवत्ता पर शोध

विश्वभर में शोधकर्ता यह देख रहे हैं कि mRNA और वेक्टर वैक्सीन शुक्राणु गुणवत्ता में परिवर्तन लाती हैं या नहीं। निष्कर्ष स्पष्ट है: कोई स्थायी प्रभाव नहीं पाया गया

उदाहरण के लिए, एक JAMA अध्ययन (Gonzalez et al. 2021) ने 45 स्वस्थ पुरुषों में टीकाकरण से पहले और बाद में मापदंडों की तुलना की और संघनन, गतिशीलता या आकारिकी में कोई महत्वपूर्ण अंतर नहीं पाया (Gonzalez DC et al. 2021)।

24 अध्ययनों की एक व्यवस्थित समीक्षा (Chen et al. 2023) ने भी निष्कर्ष निकाला कि न तो mRNA वैक्सीन और न ही वेक्टर वैक्सीन शुक्राणु संख्या, गतिशीलता या DNA अखंडता पर कोई नैदानिक रूप से महत्वपूर्ण प्रभाव डालती हैं। और पढ़ें

COVID-19 संक्रमण बनाम टीकाकरण: जोखिम और सुरक्षा

एक समूह अध्ययन ने दिखाया कि SARS-CoV-2 संक्रमण अस्थायी रूप से सभी शुक्राणु पैरामीटर को घटा सकता है और DNA ब्रेक्स कर सकता है, जबकि टीकाकरण में ऐसे प्रभाव नहीं देखे गए (Yuan et al. 2025) अध्ययन पढ़ें

इसीलिए WHO और CDC की सिफारिश है: टीकाकरण न केवल COVID-19 से बचाता है, बल्कि अप्रत्यक्ष रूप से आपकी प्रजनन क्षमता की भी रक्षा करता है। CDC: प्रजनन योजना पर मार्गदर्शन

दीर्घकालिक अध्ययन और नई COVID-19 वैक्सीन

कनाडा और जापान के विश्वविद्यालयों में 12 महीनों तक चलने वाले अध्ययन पुरुषों के स्वास्थ्य डेटा और नमूनों का नियमित रूप से विश्लेषण कर रहे हैं, जिससे बहुत दुर्लभ प्रभावों का पता लगाया जा सके।

साथ ही प्रोटीन-आधारित वैक्सीन (जैसे Novavax) और अन्य प्लेटफ़ॉर्म का परीक्षण किया जा रहा है। प्रारंभिक प्रतिरक्षा डेटा उच्च प्रभावशीलता और मामूली दुष्प्रभाव दिखाता है। चूंकि ये वैक्सीन जनन ऊतक में नहीं पहुँचते, विशेषज्ञों का मानना है कि शुक्राणु गुणवत्ता पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होगा। नए परिणाम शीघ्र ही प्रकाशित होंगे।

जीवनशैली और पर्यावरण: स्वस्थ शुक्राणु गुणवत्ता के कारक

अपनी प्रजनन क्षमता बढ़ाने के इच्छुक लोग निम्न बातों का ध्यान रखें:

  • आहार: फल, सब्जियाँ और ओमेगा-3 फैटी एसिड; शराब और निकोटीन से बचें
  • व्यायाम और वजन: नियमित व्यायाम और स्वस्थ BMI बनाए रखें
  • तनाव प्रबंधन: योग या ध्यान जैसी विश्राम तकनीक अपनाएँ
  • पर्यावरण: कीटनाशकों, भारी धातुओं और रसायनों के संपर्क को कम करें

आगे की दिशा: शुक्राणु गुणवत्ता की दीर्घकालिक निगरानी

WHO और स्वतंत्र अध्ययन टीमें संभावित देर से होने वाले प्रभावों पर सतत निगरानी रखती हैं। अब तक कोई दीर्घकालिक क्षति नहीं मिली क्योंकि वैक्सीन कोशिकीय उर्वरक ऊतकों में प्रवेश नहीं करते।

व्यावहारिक सुझाव: शुक्राणु परीक्षण और प्रजनन क्षमता जांच

यदि आप अपनी प्रजनन क्षमता की सही जाँच करना चाहते हैं, तो टीकाकरण पूरा होने के लगभग तीन महीने बाद शुक्राणु परीक्षण (Spermiogram) कराएँ। शुक्राणु परिपक्वता में 72–90 दिन लगते हैं, जिससे परिणाम वर्तमान गुणवत्ता दर्शाता है।

  • तैयारी: नमूना देने से 2–7 दिन पूर्व यौन संयम रखें।
  • प्रयोगशाला चयन: मान्यता प्राप्त एंड्रोलॉजी या यूरोलॉजी केंद्र में परीक्षण करवाएँ।
  • नियमित निरीक्षण: यदि संतान प्राप्ति में देरी हो तो हर 6 महीने में दोबारा परीक्षण करें।
  • परामर्श: यूरोलॉजिस्ट या एंड्रोलॉजिस्ट परिणाम समझाकर जीवनशैली या हार्मोन उपचार सुझा सकते हैं।

संदर्भ एवं आगे पढ़ने के लिंक

  1. Gonzalez DC et al. Sperm Parameters Before and After COVID-19 mRNA Vaccination. JAMA 2021.
  2. Chen YX et al. Effects of SARS-CoV-2 Vaccines on Sperm Quality: Systematic Review. JMIR Public Health Surveill 2023.
  3. Yuan L et al. COVID-19 Infection Was Associated with Poor Sperm Quality. Scientific Reports 2025.
  4. CDC: COVID-19 Vaccination for People Planning Pregnancy. 2024.

निष्कर्ष

वैज्ञानिक अध्ययनों से पुष्टि होती है कि COVID-19 वैक्सीन शुक्राणु गुणवत्ता को दीर्घकालिक रूप से क्षति नहीं पहुँचाती। स्वस्थ जीवनशैली, तनाव प्रबंधन और नियमित जाँच अधिक महत्वपूर्ण हैं। व्यक्तिगत परामर्श हेतु यूरोलॉजिस्ट या एंड्रोलॉजिस्ट से संपर्क करें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)